बुरहानपुर :कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही है। हाल में राधा रानी पर दिए विवादित बयान के पश्चात प्रदीप मिश्रा ने बरसाने पहुंचकर नाक रगड़कर क्षमा याचना करी थी। वह मामला शांत होने के पहले ही उनका दूसरा बयान बहुत तेज़ी से देश में वायरल हो रहा है जिसमें कथावाचक मां ताप्ती नदी पर विवादित टिप्पणी कर रहें हैं।राजघाट पर ताप्ती नदी किनारे महंत पुष्करानंद महाराज के सानिध्य में आमजनों ने पंडित प्रदीप मिश्रा के विरुद्ध मोर्चा खोलते हुए उनको सद्बुद्धि प्रदान करने हेतु मां ताप्ती से प्रार्थना करी। पुष्करानंद महाराज ने कहा पंडित प्रदीप मिश्रा एक सम्मानित बड़े कथावाचक हैं लाखों धर्मप्रेमी उनकी कथा का श्रवण करते हैं परंतु आजकल वह बिना सिर पैर के बयान दे रहे हैं और लोगों को गुमराह कर रहे हैं उनको सोच समझकर शास्त्र सम्मत बातें कहना चाहिए। बुरहानपुर मज़दूर यूनियन अध्यक्ष ठाकुर प्रियांक सिंह ने बताया सूर्यपुत्री मां ताप्ती संपूर्ण बुरहानपुर वासियों की जीवनदायनी व पालनहार है उनके विरुद्ध किसी भी प्रकार की अशोभनीय टिप्पणी को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। हिंदू नेता महेश चौहान ने कहा मुलताई के पंडितो सहित संपूर्ण देश के साधु संत पंडित प्रदीप मिश्रा के ताप्ती नदी पर दिए बयान का विरोध कर रहे हैं। इसी माह ताप्ती जन्मोत्सव भी है पंडित प्रदीप मिश्रा मां ताप्ती के श्री चरणों में आकर नाक रगड़कर मां ताप्ती से क्षमायाचना करें तो निश्चित रूप से मां ताप्ती उनको माफ करेगी।पंडित मिश्रा ने मां ताप्ती को लेकर दिया है यह विवादित बयानगौरतलब है पंडित प्रदीप मिश्रा बैतूल में शिवपुराण की कथा के लिए गए थे। तभी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में वह कह रहे हैं कि माता यमुना और ताप्ती दोनों बहनें हैं लेकिन आपस में उनकी कभी नहीं बनी। घाट पर भगवान जब रास करते थे उस समय यमुना जी उनके विग्रह पर आए पसीने को पोंछने के लिए जाती थीं लेकिन एक बार यमुना का रूप धारण कर ताप्ती चली गईं। ताप्ती ने श्री विग्रह के पसीने को पोंछ दिया लेकिन जैसे ही यमुना जी ने वहां ताप्ती को देखा उन्हें गुस्सा आ गया पूछने पर ताप्ती ने बताया कि मैं कृष्ण को अपना बनाना चाहती हूं इस पर यमुना मैया ने क्रोध मे आकर मां ताप्ती को श्राप दे दिया।सूर्यपुत्री माता ताप्ती नदी किनारे पंडित प्रदीप मिश्रा को सद्बुद्धि प्रदान करने हेतु मां ताप्ती से आग्रह करते समय ताप्ती भक्तो ने ‘ताप्ती मैया की जय” का उद्घोष किया। इस उपलक्ष पर शुभम वारुडे, विनोद बामले, चेतन भारद्वाज, विजय, सीताराम चौधरी, नाविक सदाशिव गवई आदि उपस्थित रहे।