ग्राम बोदरली के ग्रामीणों एवं गायत्री परिवार के स्वयं सेवकों द्वारा दिनांक 9 जुलाई को ग्राम बोदरली की सीता पहाड़ी पर पलाश के लगभग 7000 बीजों का रोपण किया गया*ग्राम बोदरली के सीतापहाडी पर सात हजार पलाश के बीजों का रोपण किया गया।*आगामी दिवस में लगभग 3000 बीजों का रोपण किया जाना हैअब तक 6 पहाड़ियों पर 1 लाख बीजों का रोपण किया गया हैग्राम बोदरली के सीतापहाडी पर सात हजार पलाश के बीजउजड़ी पहाड़ी पर रोपण में गायत्री परिवार के स्वयंसेवको,ग्रामपंचायत का स्टाफ ओर गाँव के युवा,ग्रामीण,शिक्षक जिला अपर कलेक्टर वीरसिंग चौहाण ओर डिप्टी कलेक्टर राजेश पाटीदार सर ओर अधिकारी गन के साथ रोपण किया गया। अपर कलेक्टर वीरसिंग चौहाण ने बताया पलाश के पेड़ पर्यावरण के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण होते हैं। ये पेड़ भूमि की उर्वरता बढ़ाते हैं और मिट्टी के कटाव को रोकते हैं। इसके अलावा पलाश के फूल, पत्ते, और लकड़ी विभिन्न औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। इन पेड़ों से स्थानीय जैव विविधता को भी बढ़ावा मिलता है और वे पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में सहायक होते हैं।गर्मी के दिनों में पलाश के पेड़ सूखे प्रतिरोधी होते हैं और गर्म जलवायु में अच्छी तरह से पनपते है। ये पेडपलाश के पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करके वायुमंडल में कार्बन संतुलन बनाए रखते हैं जो जलवायु परिवर्तन को कम करने में मदद करता है। सौंदर्यीकरण के मामले में पलाश के पेड़ अपने सुंदर और रंगीन फूलों के कारण परिदृश्य को आकर्षक बनाते हैं जिससे पर्यावरण सौंदर्य में वृद्धि होती है। पलाश के बीज रोपने से न केवल पर्यावरण और जैव विविधता को लाभ होता है बल्कि यह आर्थिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।डिप्टी कलेक्टर राजेश पाटीदार ने बताया बुरहानपुर जिले को हराभरा बनाने के लिए पहाड़ी पर पलाश के बीजो का रोपण कर रहे है अब तक 6 पहाड़ी पर बीजारोपण हो चुका है बाकी जिलों में इसका प्रयोग करके देखा है सभी जगह सफल रहा है गर्मी में भी पलाश का पौधा बिना पानी का हराभरा रहता हैइस दौरान अपर कलेक्टर वीरसिंग चौहान और डिप्टी कलेक्टर राजेश पाटीदार ओर अधिकारी वर्ग गायत्री परिवार के कार्यकर्ता,पर्यावरण मित्र संजय राठौड़,ग्रामपंचायत बोदरली के सरपंच ईश्वराज लहासे इंजीनियर सुमेरसिंग सोलंकी सचिव अनिल पाटिल सहायक सचिव योगेश सूर्यवंशी गांव के डॉक्टर योगेश पाटिल वसंता चौधरी संदीप पाटिल विश्वास पाटिल पवन चौहान दिनेश चौहाण सहित अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।