देश का भविष्य बेरोजगार युवा अब मोबाइल मैं डूब रहा है ।
बेरोजगारी के चलते हुए युवाओं का ध्यान मोबाइल गेंमों की ओर अधिक होता जा रहा है ।
ग्रामीण अंचलों में खासतौर से आठवीं से दसवीं तक अधिक से अधिक 12वीं पास करने के बाद कमाई का कोई विकल्प नहीं मिलने के साथ आर्थिक तंगी पढ़ती जाती है।
निकम्मा होने के कारण दोस्तों की संगत के चलते एक दूसरे का देखकर फिर शून्य फाइनेंस कंपनियों से मोबाइल लेकर दिनभर गेम खेलते रहते हैं वे गेम में इतने डूबे रहते हैं कि उनको समय पर ना भूख लगती है, ना प्यास लगती है नहीं घर के कोई काम करते हैं ।
माता-पिता बहुत परेशान रहते हैं बच्चों को ज्यादा कुछ बोला तो वे मरने की धमकी देते हैं।
माता-पिता भी ज्यादा बोल नहीं पाते हैं । इसी कारण वह माता पिता का नाजायज फायदा उठाकर स्वयं का भविष्य मोबाइल के माध्यम से अंधकार की ओर ले जा रहे है ।
मोबाइल का अच्छा उपयोग करने के बजाय गेम और गलत वेबसाइट पर जाकर अपना समय दिन व रात खराब करते हैं।
यदि गलती से कोई काम भी लगा तो आए पैसों से मोबाइल का बैलेंस और गुटका पान सिगरेट मैं बर्बाद करते हैं। माता-पिता इससे बहुत पीड़ित होते जा रहे हैं ।
आज युवा को भविष्य की चिंता शायद नहीं हो रही है।
खासतौर यह समस्या ग्रामीण क्षेत्रों में विकराल रूप ले रही है।