अंबेडकर भवन में मनाई संत गुरु रविदास जयंती।
संत गुरु महापुरुषों की विचारधाराओं पर हमें भी चलना होगा दत्तू मेढे
बुरहानपुर के आलमगंज स्थित अंबेडकर भवन में रविदास जयंती मनाने हेतु सामाजिक राजनीतिक धार्मिक दालों के सदस्य एवं पदाधिकारी उपस्थित होकर एकता का परिचय देते हुए संत रविदास जी एवं डॉ बाबा साहब अंबेडकर जी के चित्र पर पुष्पमाल्यार्पण सामूहिक रूप से
किया गया इसी के चलते हुए अजाक्स संगठन के अध्यक्ष सतीश दामोदरें ने बताया कि भारत की धरती पर श्रवण संस्कृति को निरूपित किया जिससे बुद्ध, कबीर, संत रविदास, संतान नानक देव आदि ने संपूर्ण मानव समाज में एकता भाईचारा प्रस्तावित हो एवं मानवता का विकास हो।
इसी के दरमियान भीम आर्मी के राष्ट्रीयउपाध्यक्ष दत्तू मेढे ने संक्षिप्त में बताया कि संत रविदास जी दयालु एवं दानवीर थे जिन्होंने अपने दोहे व पदों के माध्यम से समाज में जातिवाद भेदभाव समाज से दूर कर सामाजिक एकता पर बल दिया,मानवतावादी मूल्यों की नींव रखी ।
इस प्रकार हम भी संत गुरुवा महापुरुषों को अपना आदर्श तो मानते हैं, हमने भी इसी विचारधाराओं पर सबने अमल करके दिनचर्या के व्यवहार में लाना चाहिए।
राजेश बीड़ियारे ने अपने शब्दों में कहा कि हमें संतो महापुरुषों की जयंती के लिए सब ने मिलकर साल भर पहले योजना करना चाहिए और विशाल रूप में जयंती मनाना चाहिए।
विनोद मोरे डोरा संत रविदास का प्रसिद्ध दोहा मन चंगा तो कठौती में गंगा, किसी भी कार्य के लिए किसी के प्रति भी हमें मन साफ रखना चाहिए।
कार्यक्रम में उपस्थित श्रीमती मीणा मोरे, ईश्वर चौहान गणेश महाजन जयराम जी,शैली कीर, उर्खड़ू मोरे,राधेश्याम यादव, हेमलाल महाजन,फरीद काजी, शुभम वानखेडे राजेश महाजन, जयराम निराले, संतोष निंभोर, रमेश सकवले, घनश्याम मोरे,अशोक चौहान सुमेर मोरे, चंदू राठौड़, रमेश सावले, आदि उपस्थित थे।