भारतीय किसान यूनियन ( संयुक्त मोर्चा)
के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश चौधरी ने आज हसनपुर एसडीएम कार्यालय में प्रार्थना पत्र दिया सैकड़ो किसानों के साथ
अमरोहा से प्रदीप कुमार गौतम की रिपोर्ट
आज हसनपुर में एसडीएम कार्यालय में प्रार्थना पत्र दिया राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने कहा उत्तर प्रदेश के अंदर खुलेआम पत्रकारों को मर जा रहा है और दलित बहन बेटियों के साथ शोषण हो रहा है और राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने यह भी कहा की नई उम्र की युवा 17 साल 16 साल के बुलेट तेज आवाज की चल रहे हैं प्रशासन इस पर कोई कानून कार्यवाही नहीं कर रहा ।
और तेज आवाज के डीजे साउंड बजाते हैं प्रशासन इस पर भी कानूनी कार्रवाई नहीं कर रहा।
जिला अध्यक्ष राहुल सिद्धू जी ने कहा की जो किसानों परेशान है अधिकारी किसान की बात नहीं सुनता तो हमारे संगठन के किसी भी किसान से जाकर अपनी परेशानी बता सकता है हमारा संगठन उसे किसान के साथ खड़ा है संगठन खड़ा है ।
खेती-किसानी से जुड़ी जमीनी दुश्वारियों, व्यवस्थागत खामियों व सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार करने वाले संगठित गिरोह के ख़िलाफ़ आवाज उठाने वाले दैनिक जागरण के सीतापुर जिले के महोली से साहसी पत्रकार राघवेन्द्र वाजपेई की सरेराह गोली मारकर कर दी गई।
ख़बरों के अनुसार चार लेखपालों समेत 12 संदिग्ध लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले रखा। इससे ये जाहिर होता है कि भ्रष्टाचार को दंश से मुक्त होकर जब पनपने दिया जाएगा तो ऐसे मामलों को उजागर करने वाले पत्रकारों की हत्या तक कर दी जाती है। अमरोहा जिले की हसनपुर तहसील क्षेत्र निवासी तहसीन व आजिम की गाटा संख्या-198 में एक बीघा जमीन पर हल्का लेखपाल रणजीत सिंह पहले बाड़बंदी करवा देता है ।
उसका विरोध करने पर उल्टे पीड़ितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया जाता है। वहीं दूसरी ओर गजरौला थाना क्षेत्र के मोहल्ला बस्ती जलालनगर निवासी आरिफ़ की चार बीघा जमीन को फर्जी तरीके से हड़पने का विरोध किया गया तो गजरौला निवासी जाफर मनिक द्वारा बीती रात उस पर हमला बोल दिया जाता है। पीड़ित आरिफ़ की जमीन गाटा संख्या-75 में चार बीघा जमीन है।
इस तरह चंद सालों में अकूत संपत्ति के मालिक बने सिंडिकेट में शामिल भ्रष्टाचारी लोगों की जान का दुश्मन बन गए हैं। सीतापुर जिले के पत्रकार राघवेन्द्र बाजपेई की हत्या लोकतंत्र के मजबूत स्तंभ पर हमला है।
भारतीय किसान यूनियन संयुक्त मोर्चा उत्तर प्रदेश सरकार से मांग करता है है कि मृतक के आश्रितों को एक करोड़ रुपये, सरकारी नौकरी तथा पत्रकार के हत्यारों को फांसी की सजा दिलाने, हत्यारोपियों की संपत्ति जब्त की जाए।
भारतीय किसान यूनियन संयुक्त मोर्चा दिवंगत पत्रकार के परिजनों के दुख-सुख के खड़ा है।
तहसील भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए सरकार को प्रभावी तरीके से काम करना चाहिए।
राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश चौधरी, जिलाध्यक्ष राहुल सिद्धू, नितिन चौधरी, आजम खान, संदीप चौधरी, सलमान चौधरी, गजराज सिंह, आसिफ अली, पाटिल चौधरी, अनुज भारद्वाज, मुन्सफ चौधरी, वीरेन्द्र सिंह आदि लोग मौजूद रहे।