विधायक अर्चना चिटनिस ने किया ‘अर्चना वाटिका’ का शुभारंभ, ताप्ती नदी स्थित राजघाट पर सजाई हरियाली की नई मिसाल

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विधायक अर्चना चिटनिस ने किया ताप्ती नदी स्थित राजघाट पर ‘‘अर्चना वाटिका‘‘ का शुभारंभ

बुरहानपुर। विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने सूर्यपुत्री मां ताप्ती नदी के राजघाट स्थित ‘‘अर्चना वाटिका‘‘ का शुभारंभ किया। इस अवसर पर श्रीमती चिटनिस सहित सभी जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों एवं वार्डवासियों ने पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण व जल संवर्धन का संदेश दिया।

विधायक श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि सारा संसार, समस्त भारतवर्ष और हमारा बुरहानपुर व अपने गांव आज जिस संकट में है अगर उससे भी नहीं जागे तो न तो प्रकृति बचेगी और न ही संस्कृति। श्रीमती चिटनीस ने कहा कि पेड़ अर्थात् प्रकृति ही है। प्रकृति ने हमें इतना अधिक दिया है जिसकी अंश मात्र ही भरपाई हम करना चाहे तो पौधे को पेड़ स्वरूप दिलाकर पौधारोपण और पर्यावरण को संरक्षित करके ही अपना दायित्व निभा सकते है। जिस प्रकार हमें एक सुंदर प्रकृति व अच्छा पर्यावरण हमारे पूर्वजों से मिला है इसे अगली पीढ़ी के लिए बचाकर और संजोकर रखना सभी का दायित्व है।

श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि पेड़ अपने समाज में कही पूजा तो कही अर्थव्यवस्था से जुड़ा हुआ है। महिलाएं अपने सुहाग की रक्षा के लिए पेड़ की परिक्रमा करती है और वट सावित्री पर वट वृक्ष की पूजा का वैज्ञानिक महत्व भी है। पौधा केवल पानी देने से पेड़ नहीं बन सकता। पौधे को प्यार से और लगातार देखरेख करके खाद-पानी देकर पेड़ का स्वरूप लेते हुए देखा जा सकता है। बिना प्यार और बिना चिंता किए पौधा कभी पेड़ नहीं बन सकता। एक वृक्ष सौ पुत्रों के समान होता हैं, जो हमें छोटा रहते हुए ऑक्सीजन तो देता है, बड़ा होने पर फल देता हैं। इसके अलावा वही वृक्ष विशाल आकार लेने के बाद छाया भी देता है।

श्रीमती अर्चना चिटनिस ने बताया कि जब भी पौधा लगाए तो मटका टपक पद्धति से पौधारोपण करें, क्योंकि पौधों को पानी के साथ-साथ ठंडक मिलती है। इस नमी के कारण पौधों में दोगुनी वृद्धि होती हैं। पानी भी कम लगता है। मटका टपक पद्धति से पौधारोपण करने पर शत-प्रतिषत पौधे जिंदा रहते है। यह पद्धति आसान है और 15 से 20 दिन में मटकेे में पानी भरना होता है। मटका भरने के बद सिंचाई की परेशानी नहीं होती। मटके से रिसकर पानी अपने आप पौधे को मिलता है।

महापौर श्रीमती माधुरी अतुल पटेल ने कहा कि विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस जी के नेतृत्व में वर्षा से पहले ही वृक्षारोपण की योजनाओं को अमलीजामा पहनाया जाता रहा है। शनवारा से लालबाग तक सड़क के डिवाईडरों पर लगाए गए पौधे आज हरियाली की मिसाल बने हुए हैं। उनके प्रयासों से ग्राम धामनगांव स्थित मां वाघेश्वरी परिसर, बंभाड़ा स्थित शिव पर्वत, झांझर स्थित संस्कार वन और सतपुड़ा की पहाडि़यों पर रोपे गए पौधें विकसित हरित क्षेत्र अब लोगों को प्रेरणा देने लगे हैं।

इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ.मनोज माने, महापौर श्रीमती माधुरी अतुल पटेल, नगर निगमाध्यक्ष श्रीमती अनिता अमर यादव, नगर निगमायुक्त संदीप श्रीवास्तव, पार्षद अजय उदासीन, धनराज महाजन, आशीष शुक्ला, संभाजीराव सगरे, मनोज फुलवाणी, एजाज अशरफी, रूद्रेश्वर एंडोले, अजहर-उल-हक, महेशसिंह चौहान, चिंटू राठौर, अक्षय मोरे, नरेश सौम्या, मदन प्रजापति सहित जनप्रतिनिधि व गणमान्य नागरिकों सहित क्षेत्रवासी मौजूद रहे।

 

 

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