जिला बुरहानपुर के सभी शाशकीय खदान संचालक ने अपने क्रेशर बंद कर की हड़ताल , पूर्ण रूप से गिट्टी उत्पादन और बिक्री रही बंद
बुरहानपुर – प्रदेश सरकार की खदानो को लेकर जारी की गई नीतियों के विरोध में बुधवार को बुरहानपुर जिले के क्रेशर ऑनरो द्वारा हड़ताल कर प्रदेश व्यापी विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया गया मध्यप्रदेश क्रेशर ऑनर एसोसिएशन की भोपाल मे आयोजित बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया है ।
कि जब तक हमारी मांगों को शासन नहीं मानता है तब तक हड़ताल जारी रहेगी। इस दौरान किसी भी प्रकार का खदान से गिट्टी का उत्पादन और बिक्री नही की जाएगी इधर, हड़ताल का असर भवन एवं सड़क सहित अन्य निर्माण कार्यों पर पड़ने की पूरी संभावना है।
प्रदेश स्तरीय बैठक में एसोसिएशन के
पदाधिकारियों ने कहा शासन द्वारा की जा रही जियो टैगिंग की मैपिंग में गलती से खदानों पर पेनाल्टी लग रहा है। जबकि जियो टैगिग की मैपिंग सही नहीं आ रही है।
इस बात को खुद अधिकारी भी मान रहे हैं। क्योंकि तय रकबे से ज्यादा की मैपिंग होने से करोड़ों रुपए की पेनाल्टी खनिज विभाग अन्य जिलों क़ी खदानों पर लगा रहा है।
जो किसी भी प्रकार से जायज नहीं है। वहीं शासन द्वारा एमपीआरडीसी और पीडब्ल्यूडी को सीधे 120 रुपए प्रति घन मीटर की खनिज विभाग से रायल्टी कटवाकर काम करने का प्रावधान
किया गया है।
इससे जहां एक और शासन को राजस्व और दूसरी और खदान संचालकों को रायल्टी का नुकसान हो रहा है l हड़ताल के संबध मे ली गईं बैठक में बुरहानपुर जिले के समस्त शासकीय गिट्टी क्रेशर पट्टा धारक उपस्थित रहे एवं सभी ने बंद का पूर्ण रूप से समर्थन किया ।