42 लाख के घोटाले में आरोपी इम्तियाज़ अब मासूम की तस्करी में घिरा, राष्ट्रीय हिंदू फ्रंट ने की सख़्त कार्यवाही की माँग
बुरहानपुर। जिले में मानवता को शर्मसार करने वाली एक के बाद एक घटनाओं में एक ही नाम बार-बार सामने आ रहा है — इम्तियाज़ पिता अख्तर खान। पहले बोरबन तालाब निर्माण में ₹42 लाख के गबन के आरोपों से घिरे इम्तियाज़ पर अब आदिवासी महिला के मासूम बच्चे की खरीद-फरोख्त की साजिश का गंभीर आरोप लगा है।ग्राम देड़तलाई निवासी इम्तियाज़ और उसके साथी कलीम पिता नज़ीर शाह पर आरोप है कि उन्होंने एक गरीब आदिवासी महिला की मजबूरी का फायदा उठाते हुए उसके नवजात को पैसों के बदले खरीदने का प्रयास किया। यह घटना न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि समाज के सबसे कमजोर वर्ग के सम्मान पर सीधा हमला है।इस घटना को लेकर आज राष्ट्रीय हिंदू फ्रंट, जिला बुरहानपुर द्वारा पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पाटीदार को एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें सख्त कानूनी कार्यवाही की माँग की गई है।
*इस अवसर पर राष्ट्रीय हिंदू फ्रंट के जिला अध्यक्ष आयुष भावसार ने कहा*
इम्तियाज़ जैसे लोग समाज में न केवल आर्थिक अपराध कर रहे हैं, बल्कि अब मानवता के खिलाफ भी अपराधों में लिप्त पाए जा रहे हैं। आदिवासी महिला और मासूम बालक की अस्मिता से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाना चाहिए।
वहीं महिला जिला संयोजक आशा तिवारी ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा—
एक महिला की मजबूरी को इस तरह पैसों में तौलना, समाज की सोच पर धब्बा है। यह महिला अस्मिता और मातृत्व का अपमान है। महिलाओं और बच्चों के खिलाफ ऐसे कृत्य करने वालों को तुरंत जेल भेजा जाए और पूरे आदिवासी समाज से सार्वजनिक माफी मंगवाई जाए। राष्ट्रीय हिंदू फ्रंट महिलाओं की गरिमा से समझौता नहीं करेगा।”
*ज्ञापन में निम्न माँगें रखी गईं:*
1 इस प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए — केवल स्थानीय पुलिस स्तर पर नहीं, बल्कि स्पेशल ब्रांच/ATS अथवा एसआईटी के माध्यम से।
2. यह भी जांच की जाए कि यह घटना किसी व्यक्तिगत लालच, धार्मिक षड्यंत्र या अंतर्राष्ट्रीय मानव तस्करी गिरोह का हिस्सा तो नहीं है।
3. दोषियों के विरुद्ध रासुका (NSA) अथवा मानव तस्करी निरोधक अधिनियम के तहत कठोर कार्यवाही हो।
4. जिले में महिला व बाल तस्करी रोकथाम के लिए प्रशासन द्वारा नियमित जन-जागरूकता अभियान एवं निगरानी अभियान चलाया जाए।
5. पीड़ित महिला को संरक्षण, चिकित्सा और कानूनी सहायता तत्काल प्रदान की जाए।
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