सोयाबीन के दाम दुगने करने को लेकर इंडियन यूथ कांग्रेस ने सी एम के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन।
बुरहानपुर जिले में इंडियन यूथ कांग्रेस ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए बताया की ज्ञात हो कि सोयाबीन उत्पादन के लिए म.प्र. ओर महाराष्ट्र देश में सबसे बड़े राज्य है। किंतु सरकार की अनदेखी के चलते ओर भेदभाव के कारण सोयाबीन की फसल को उचित भाव नही दिया जा रहा है। लागत और मूल्य आयोग ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट किया है कि सोयाबीन के भाव सरकार लागत से भी कम दे रही है।
मात्र चुनाव जीतने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री ने अपने घोषणा पत्र में किसानों से झूठा वादा किया कि गेहूं का समर्थन मूल्य 2700 रु ओर धान का मूल्य 3100 रु.किया जाएगा, किन्तु चुनाव जीतने के बाद अपने वादे से मुकर गए।ओर किसानों को धोखा दिया। म.प्र. का सोयाबीन उत्पादक किसान आज अपनी फसल का उचित मूल्य ना मिलने से परेशान है। किसानों को आज सोयाबीन का जो समर्थन मूल्य प्रति क्विंटल मिल रहा है वह लागत से कम है।
चुनाव से पूर्व तत्कालीन मुख्यमंत्री ने रीवा में पंचायती राज सम्मेलन में प्रधानमंत्री जी की उपस्थिति में कहा था कि प्रदेश के किसानों की आय दुगनी कर दी गई है। जो कि सर्वदा झूठ कहा था। जबकि किसानो की आय 2015-16 की तुलना में 9740 रु.से घटकर 8339 रु. प्रति परिवार रह गई है।
आज कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ खड़ी है और सरकार से मांग करती है कि आपके चुनावी घोषणा पत्र के अनुसार ही किसानों को उनका हक दिया जाये।
उनके वचन के अनुसार गेंहू ओर धान की खरीदी सरकार समर्थन मूल्य रो खरीदे साथ ही सोयाबिन किसान को उसकी फसल 6000 रु प्रति क्विंटल से ज्यादा भाव मे खरीदे।
ऐसा नही करने और किसानों से वादाखिलाफी करने पर सरकार के खिलाफ होने वाले किसानों के समस्त आंदोलनों में कांग्रेस बराबर से शरीक रहेगी। जिसकी जवाबदेही सरकार की होगी।