बुरहानपुर पुलिस का सराहनीय कार्य: 10 लाख के 62 गुम मोबाइल आवेदकों को लौटाए

Spread the love
बुरहानपुर पुलिस का सराहनीय कार्य: 10 लाख के 62 गुम मोबाइल आवेदकों को लौटाए

बुरहानपुर।
जिला सायबर सेल, बुरहानपुर ने तकनीकी दक्षता और प्रभावी ट्रैकिंग के जरिए तीन माह में करीब 10 लाख रुपये कीमत के 62 गुम मोबाइल बरामद कर उनके मालिकों को सुपुर्द किए। इन मोबाइलों में कई पढ़ाई करने वाले छात्रों के भी शामिल हैं।

कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार पाटीदार ने बताया कि सायबर सेल की टीम ने न केवल स्थानीय क्षेत्रों बल्कि सीमावर्ती जिलों जैसे धार, खरगोन, आलीराजपुर और महाराष्ट्र राज्य से भी मोबाइल बरामद किए। गुम मोबाइलों की बरामदगी में उप पुलिस अधीक्षक प्रीतम सिंह ठाकुर और उनकी टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

गुम मोबाइलों की बरामदगी का महत्व
मोबाइल फोन आज हर व्यक्ति के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। इसके गुम होने से न केवल आर्थिक नुकसान होता है बल्कि व्यक्तिगत जानकारी भी खतरे में पड़ जाती है। सायबर सेल द्वारा लगातार फॉलोअप और प्रभावी कार्य प्रणाली से यह सफलता प्राप्त हुई।

आर्थिक फ्रॉड से बचाव की सलाह
पुलिस अधीक्षक ने नागरिकों को डिजिटल युग में हो रहे वित्तीय धोखाधड़ी से बचने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए:

1. अज्ञात व्हाट्सएप कॉल्स से बचें।

2. बैंकिंग कार्यों के लिए सीधे शाखा में संपर्क करें।

3. केवल पंजीकृत वेबसाइट्स और एप्स पर ही निवेश करें।

4. सरकारी योजनाओं के बारे में सीधे संबंधित कार्यालय से जानकारी प्राप्त करें।

5. फर्जी लोन एप्सबुरहानपुर पुलिस का सराहनीय कार्य: 10 लाख के 62 गुम मोबाइल आवेदकों को लौटाए

बुरहानपुर।
जिला सायबर सेल, बुरहानपुर ने तकनीकी दक्षता और प्रभावी ट्रैकिंग के जरिए तीन माह में करीब 10 लाख रुपये कीमत के 62 गुम मोबाइल बरामद कर उनके मालिकों को सुपुर्द किए। इन मोबाइलों में कई पढ़ाई करने वाले छात्रों के भी शामिल हैं।

कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार पाटीदार ने बताया कि सायबर सेल की टीम ने न केवल स्थानीय क्षेत्रों बल्कि सीमावर्ती जिलों जैसे धार, खरगोन, आलीराजपुर और महाराष्ट्र राज्य से भी मोबाइल बरामद किए। गुम मोबाइलों की बरामदगी में उप पुलिस अधीक्षक प्रीतम सिंह ठाकुर और उनकी टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

गुम मोबाइलों की बरामदगी का महत्व
मोबाइल फोन आज हर व्यक्ति के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। इसके गुम होने से न केवल आर्थिक नुकसान होता है बल्कि व्यक्तिगत जानकारी भी खतरे में पड़ जाती है। सायबर सेल द्वारा लगातार फॉलोअप और प्रभावी कार्य प्रणाली से यह सफलता प्राप्त हुई।

आर्थिक फ्रॉड से बचाव की सलाह
पुलिस अधीक्षक ने नागरिकों को डिजिटल युग में हो रहे वित्तीय धोखाधड़ी से बचने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए:

1. अज्ञात व्हाट्सएप कॉल्स से बचें।

2. बैंकिंग कार्यों के लिए सीधे शाखा में संपर्क करें।

3. केवल पंजीकृत वेबसाइट्स और एप्स पर ही निवेश करें।

4. सरकारी योजनाओं के बारे में सीधे संबंधित कार्यालय से जानकारी प्राप्त करें।

5. फर्जी लोन एप्स से सावधान रहें।

फ्रॉड या साइबर अपराध की स्थिति में टोल फ्री नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज करने का अनुरोध किया गया है।

“सायबर सेल की यह पहल नागरिकों के विश्वास को बढ़ाने का काम कर रही है। तकनीकी दक्षता और तत्परता से हमारी टीम ने यह उपलब्धि हासिल की है।”
– पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार पाटीदार से सावधान रहें।

फ्रॉड या साइबर अपराध की स्थिति में टोल फ्री नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज करने का अनुरोध किया गया है।

“सायबर सेल की यह पहल नागरिकों के विश्वास को बढ़ाने का काम कर रही है। तकनीकी दक्षता और तत्परता से हमारी टीम ने यह उपलब्धि हासिल की है।”
– पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार पाटीदार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *