अर्चना चिटनिस ने किया, बाउंड्रीवाल निर्माण कार्य का भूमिपूजन, सुनी मन की बात।

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अर्चना चिटनिस ने किया, बाउंड्रीवाल निर्माण कार्य का भूमिपूजन, सुनी मन की बात।

बुरहानपुर। विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने रविवार को सी.के.ग्रीन में विधायक निधि से 8 लाख रूपए की लागत से स्वीकृत की गई महादेव परिसर में वृक्षारोपण संरक्षण हेतु बाउंड्रीवाल निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया। इस अवसर पर श्रीमती चिटनिस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘‘मन की बात‘‘ के 123वें संस्करण का लाईव प्रसारण स्थानीय नागरिकों, प्रबुद्ध जनों के साथ सुना व देखा। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के विचारों ने राष्ट्रहित, जनकल्याण, सांस्कृतिक पुनर्जागरण, नवाचार तथा आत्मनिर्भर भारत के स्वप्न को साकार करने में आप हम सबके सामूहिक प्रयास से एक पेड़ मां के नाम हो या लोकल फॉर वोकल, स्वच्छता हो या जल संरक्षण जैसे हर अभियान ने आंदोलन बन रहा है और कार्य को नवीन उर्जा मिल जाती है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि बरसात में बरसने वाले पानी को अपनी छत, मोहल्ला, खेत और गांव में हम कैसे संभाले, किस प्रकार धरती माता की प्यास बुझे? भूमिगत जल का पुनर्भरण करें। पेड़, पानी और मिट्टी को सहेजने के इस महती कार्य में अपनी भूमिका हम खुद तय करें, इस दिशा में मेरा हमेशा, निरंतर प्रयास रहा है-‘‘मैं क्या करूं, हम क्या करें और सब क्या करें।‘‘ ‘‘माता भूमि पुत्रोहं पृथिव्या‘‘ के इस भाव से हम सब मिलकर सहेजे अपनी धरती मां को, आने वाली पीढि़यों के लिए!
श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि बरसात का पानी सहेजेंगे तो भूमि में पानी होगा, भूमि में पानी हुआ तब ही तो हमारी नदियां सुजलाम रहेंगी। भूमि में और नदियों में पानी रहा तभी तो टंकियां भरेंगी, टंकियां भरेंगी तब घर-घर में नल से जल पहुंचेगा। पानी बचाने के लिए बुरहानपुर के शहरी क्षेत्र के घरों की छत से बहने वाले करोड़ों लीटर वर्षाजल को रूफ रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के माध्यम से जमीन में उतारना होगा।
श्रीमती चिटनिस ने कहा कि पानी सदैव से मनुष्य के चिंतन का विषय रहा है। आज हम जल संकट के दौर से गुजर रहे हैं। बेंगलुरु का उदाहरण हमारे सामने है। दूसरी ओर बुरहानपुर में एक बरसात के मौसम में करोड़ों लीटर पानी घरों की छतों से बहकर निकल जाता है। इस पानी को रूफ रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के ज़रिए सीधे ट्यूबवेल में उतारा जा सकता है या सोकपिट बनाकर भूजल स्तर तक पहुँचाया जा सकता है। साथ ही हमें रोज़मर्रा के कामों में पानी का उपयोग मितव्ययिता से करना होगा। तभी हम जल संकट का सामना कर सकेंगे।
इस अवसर पर महापौर श्रीमती माधुरी अतुल पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ.मनोज माने, नगर निगमायुक्त संदीप श्रीवास्तव, बलराज नावानी, संभाजीराव सगरे, रूद्रेश्वर एंडोले, रवि काकड़े, गौरव शिवहरे, संतोष टेबरीवाल, गोपीचंद मंगतानी, आनंद शुक्ला, अनिल बाविस्कर, दीपक जैन, वसंत गाढ़े, दिनेश पारीख, योगेश ठाकरे, भगवान महाजन, राजकुमार वाघ, सतीष ताम्रकर, योगेश सवकारे, कमलेश मुंशी, निलेश शाह, आशा बाविस्कर, किरण ताम्रकर, वंदना शाह, कृष्णा चौहान, आकाश चौधरी, संतोष गवई, सोनी एवं अजयसिंह चौहान सहित पार्टी पदाधिकारी, कार्यकर्ता व कॉलोनी के रहवासी उपस्थित रहे।

 

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