कॉलेज में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता, आत्महत्या रोकथाम पर मार्गदर्शन

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कॉलेज के छात्रों में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं की सीमा को देखते हुए ,मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच और सेवाओं का उपयोग, महत्वपूर्ण है !

 

इस विषय पर जिला चिकित्सालय मनकक्ष विभाग के द्वारा मानसिक स्वास्थ्य समर्थन एवं जागरूकता को लेकर कॉलेज की छात्र-छात्राओं एवं स्टाफ को मार्गदर्शन दिया गया !

 

छात्र-छात्राओं पर बढ़ता पढ़ाई का प्रेशर ,परिवार से दूरी ,परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक ना होना, कॉलेज के नए माहौल में सामंजस्य न कर पाना , कहीं ना कहीं मानसिक अस्वस्थ के खतरे हैं ! जो छात्र-छात्राओं को दोस्तों परिवार से दूरी खुद को नुकसान पहुंचाना ,सोने और खाने की आदतों में बदलाव होना ,ड्रग्स और शराब का इस्तेमाल करना, खतरनाक (सोशल मीडिया का दुरुपयोग) कामों में मन लगाना ,पुरानी पसंदीदा आदतों में मन ना लगा ,जैसे विकार हो सकते हैं !

 

 

आत्महत्या रोकथाम के लिए शॉर्ट फिल्म के माध्यम से आत्महत्या रोकथाम के लिए समझाएं दी गई एवं पढ़ाई के दौरान होने वाला तनाव या डर पर विजय पाने के लिए ,परीक्षा की तैयारी बारे में बताया गया !

 

आत्महत्या रोकथाम के लिए राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य मिशन की ओर से उठाए गए ठोस कदम मनहित एप एवं टेली मानस स्वास्थ्य सेवाएं 24 घंटे उपलब्ध टोल फ्री नंबर 144 16 मोबाइल में डाउनलोड एवं सेव किया गया आत्महत्या रोकथाम के लिए गेटकीपर के रूप में *मित्रम* की भूमिका के लिए कार्ड भी दिए गए एवं काउंसलिंग सेल के महत्व के बारे में बताया गया !

 

वरिष्ठ समाजसेवी श्रीमान महेंद्र जैन द्वारा *जीवन अनमोल है की उपयोगिता के बारे में बताया गया एवं सकारात्मक सोच और सही मार्गदर्शन के द्वारा एवं कड़ी मेहनत से सफलता अर्जित कर जीवन को सही कार्यों में सही मानसिकता के साथ में सही कार्य करने के लिए प्रेरित किया !

 

इस दौरान जिला चिकित्सालय मनकक्ष विभाग के डॉक्टर देवेंद्र झडानिया, मनकक्ष प्रभारी सीनियर नर्सिंग ऑफिसर श्रीमती सीमा डेविड, जॉइंट्स फेडरेशन अधिकारी एवं वरिष्ठ समाज सेवक श्री महेंद्र जैन एवं शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था के प्राचार्य श्री पी एल फुवारे, श्री केशव प्रसाद नायडू ,श्री किशोर कुमार तायडे ,श्री कमलेश कुमार काकडे, श्रीमती चंदा महाजन प्रशिक्षणअधिकारी , एवं गेस्ट फैकल्टी शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे !

 

 

जागरूकता कार्यक्रम का उद्देश्य कॉलेज में मानसिक स्वास्थ्य के समर्थन एवं संवर्धन के लिए जागरूकता को बढ़ावा देना है एवं परीक्षा के डर पर विजय प्राप्त करते हुए,आत्महत्या रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाना है !

 

 

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